चन्दवक पुलिस पंचायत कराने में जुटी,घर में घुसकर मनबढ़ो ने मचाया था जमकर आतंक

Kerakat Live News
चन्दवक जौनपुर। "बंदे है हम उसके हम पर किसका जोर उम्मीदों के सूरज निकले चारों ओर" यह लाइन बिल्कुल सटीक बैठती हैं. चन्दवक पुलिस पर,जिनसे जौनपुर व यूपी पुलिस निष्पक्षता और अपराधी किस्म के लोगों पर कड़ी कार्रवाई की अपेक्षा पाले हुई हैं। जबकि हकीकत है कि चन्दवक पुलिस मात्र अपने हिसाब किताब को मेंटेन करते हुए,मनबढ़ दबंगों के संरक्षण में जुटी हैं। चन्दवक थानाक्षेत्र के जमुवा गांव में 65 वर्षीय दिव्यांग रामाशीष बताते हैं कि मैं भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता हूं.20 अप्रैल 2025 की शाम को घर पर परिवार के साथ था.लगभग पौने सात बजे रौनक दो साथियों के साथ लाठी डंडे से लैस होकर आ धमके,मैं दरवाजे पर था। और उन्हें रोकने की कोशिश की,तो मुझे धक्का देते हुए घर में घुस गए,बहु साधना सिंह रसोईघर में खाना बना रही थी.रौनक,दिव्यांश,करन ने रसोईघर में घुसकर छोटे बेटे वीरेंद्र को लाठी डंडे से पीट पीटकर लहूलुहान कर दिया.और बहु के साथ छेड़खानी भी की। पूरे मामले पर बहु साधना बताती हैं.कि दबंग रौनक,दिव्यांश,करन के उत्पात व आतंक के मंजर अभी तक आंखों के सामने नाच रहा हैं.मेरा छोटा बच्चा माधव ढाई साल का है वह देवर वीरेंद्र के साथ खेल रहा था.मैं बार बार उन सबसे दया की भीख मांगती रही लेकिन उन दरिंदों ने एक नहीं सुनी और लगातार लाठी डंडे बरसाते हुए,जमकर तोड़फोड़ की.लोगों के जुटने पर चले गए. पुलिस में शिकायत की तो पुलिस पंचायत में जुट गई भाजपाई रामाशीष ने घटना के बाद डायल 112 पर सूचना दी,मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए,चन्दवक थाने पर लिखित तहरीर देने का सुझाव देते हुए,मौके से चली गई। घायल दिव्यांग रामाशीष ने थाने पर तहरीर तो दे दी। थाने पर मौजूद प्रभारी ने कहा कि आपकी मदद होगी,उनपर कार्रवाई होगी। रामाशीष कहते है कि लेकिन 40 घंटे बीत गए अभी तक एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई। बीते सोमवार की शाम को चन्दवक थाने के सिपाही दिलीप आए घर आए,और कहा कि सुलह कर लो। पुलिस के इस कदम से दंग रामाशीष ने पुलिस के पक्षपाती रवैए से गरीबी को कोसते हुए,सोशल मीडिया के माध्यम से न्याय की मांग कर रहे हैं।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top